नई दिल्ली। चुनाव आयोग द्वारा राज्यसभा चुनाव में नोटा विकल्प के शामिल किए जाने पर कांग्रेस ने नाराज़गी ज़ाहिर की। इस बारे में पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है।
असल में राज्यसभा चुनाव सीक्रेट बैलट से नहीं होता। अपना मत मतपेटी में डालने से पहले पोलिंग एजेंट को दिखाना होता है।
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि भाजपा चाहती है कि विपक्ष की बेंचेस ख़ाली रहें और सब भाजपा के ही लोग सदन में रहें ।
उन्होंने कहा कि ये चौंकाने वाला है कि चुनाव आयोग ने राज्यसभा चुनाव में नोटा का विकल्प रखा। वरिष्ठ अधिवक्ता ने कहा कि इसके बारे में वो काल अदालत में अपना पक्ष रखेंगे।