चेन्नई: तमिल नाडू की सियासत में आया भूचाल अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज तमिल दानु विधानसभा के स्पीकर ने 18 बाग़ी AIADMK विधायकों को बर्ख़ास्त कर दिया. इस क़दम की विपक्ष ने आलोचना की है. टीटीवी दिनाकरण के समर्थन वाले 18 विधायकों को बर्ख़ास्त किये जाने के बाद क़द्दावर नेता ने कहा कि हम तो पहले ही कह रहे थे कि इनके पास बहुमत के लिए 117 विधायक नहीं हैं इसलिए इन्होने बचने का रास्ता निकाला है.
तमिल नाडू विधानसभा में विपक्ष के नेता और DMK वर्किंग प्रेसिडेंट एम् के स्टॅलिन ने इस बारे में पत्रकारों से बात करते हुए कहा,”स्पीकर द्वारा 18 विधायकों को बर्ख़ास्त किये जाने का फ़ैसला ठीक नहीं है. ये उन्होंने जान बूझकर हाउस का बहुमत कम करने के लिए किया है”.
गौरतलब है कि 235 सीटों वाली विधानसभा में बहुमत के लिए 117 सीटें चाहियें और ईपीएस-ओपीएस ग्रुप के पास महज़ 111 ही विधायक हैं. 18 विधायकों के बर्ख़ास्त होने से हाउस की संख्या 217 हो जाती है जिसका अर्थ है बहुमत के लिए 109 सीटें चाहियें.
AIADMK के ईपीएस-ओपीएस ग्रुप को भाजपा का समर्थन भी प्राप्त है. हालाँकि भाजपा का एक भी विधायक नहीं है और इसलिए नंबर पर कोई असर भाजपा नहीं डाल पाएगी लेकिन कूटनीतिक पहलुओं से भाजपा तमिल नाडू सियासत में दख़ल लगातार दे रही है.