नई दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जदयू का यूं तो सीधे तौर पर गुजरात में तीन सीटों के लिए हुए राज्यसभा चुनाव में कोई ख़ास लेना देना नहीं था लेकिन जानकारों के मुताबिक़ अहमद पटेल की जीत में नीतीश कुमार का भी बहुत कुछ चला गया है|
पार्टी में चल रही अंदरूनी खींचतान एक बार फिर उजागर हो गयी है| गुजरात विधानसभा में जदयू के एकमात्र विधायक छोटू वसावा का वोट भाजपा को पड़े इसकी कोशिश केसी त्यागी और नीतीश दोनों ने की लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और वोट कांग्रेस को डाल दिया|
वसावा ने लाइव टीवी पर आकर ये कह भी दिया कि उन्होंने कांग्रेस को वोट दिया है| इसके बाद पार्टी ने आनन् फानन में ही जदयू के जनरल सेक्रेटरी अरुण श्रीवास्तव को हटा दिया|अरुण श्रीवास्तव को हटाने की वजह पार्टी ने ये बतायी कि उन्होंने आला कमान के आदेश से अलग पोलिंग एजेंट किसी और को बनाया|
अरुण ने इस फ़ैसले के बाद कहा कि मुझपर हुई कार्यवाही इसलिए हुई है क्यूंकि मैं नीतीश कुमार के तानाशाही तरीक़ों का विरोध करता हूँ| उन्होंने कहा गुजरात मुद्दा तो एक बहाना है|