लखनऊ: उत्तर प्रदेश में योगी की सरकार को बने हुए 6 महीने पूरे होने जा रहे हैं।इस कड़ी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्वेत पत्र जारी किया है। जिसमें योगी सरकार ने अपने ६ महीने के कार्यकाल की उपलब्धियों और अखिलेश यादव सरकार की अनियमितता के बारे में बात की है।योगी के इस कदम पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्विटर पर सीएम योगी पर तंज कसा है। उन्होंने यूपी सरकार पर सत्ता में आने से पहले यूपी की जनता से किये गए वादे से मुकरने का आरोप लगाया है।
अपने ट्वीट में अखिलेश यादव ने लिखा कि उत्तर प्रदेश की मौजूदा सरकार ने किसानों से कर्जमाफी का वादा किया था। लेकिन अब वो वादा योगी सरकार भूल चुकी है।
भूल चुके जो अपना 'संकल्प पत्र', 'श्वेत पत्र' उनका बहाना है! pic.twitter.com/d9HQrwTSxM
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 18, 2017
सरकार जिस तरह से किसानों की जरूरतों और परेशानियों को अनदेखा कर रही है। उससे राज्य के किसान खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।कर्जमाफी के नाम पर किसानों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। योगी सरकार किसानों को १०-२० रूपये का कर्ज माफ़ कर रही है।
एक किसान को तो 0.01 रुपये मदद दी गई है.’ इसके लिए अखिलेश ने बाकायदा उस किसान का पूरी डिटेल अपने ट्विटर अकाउंट पर डाल दी है। ताकि लोग देख जान पाए कि योगी सरकार किसानों के लिए किस तरह से मददगार साबित हो रही है।
इससे पहले यूपी विधान परिषद की सदस्यता लेने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये अखिलेश सरकार पर श्वेत पत्र जनता के सामने ये कहते हुए रखा कि पूर्व राज्य सरकार ने जो काम किए है जनता को इसे जानने का हक है।सीएम योगी का कहना है कि श्वेत पत्र का लाया जाना जनता के प्रति जवाबदेही का उदाहरण है। पिछली सरकार के दौरान सार्वजनिक संस्थाओं पर कर्ज बढ़ा है।
प्रदेश के अंदर जो पीएसयू हैं वो लगातार बढ़ते गए। प्रदेश के सार्वजनिक उपक्रमों पर 91000 करोड़ का घाटा है। जिससे साफ जाहिर होता है कि अखिलेश सरकार जन विरोधी, भ्रष्टाचार युक्त और गैर जिम्मेदार थी। प्रदेश की विकास योजनाओं को रोका गया।