अरब देश: लेबनान में इस वक़्त हालात कुछ ठीक नहीं हैं. इसको देखते हुए बहरीन ने इतवार के रोज़ अपने नागरिकों से कहा कि वो लेबनान ना जाएँ. बहरीन की सरकार ने लोगों को सलाह दी है कि जो कोई भी बहरीनी नागरिक लेबनान में है वो वापिस आ जाए. सरकार के मुताबिक़ ये सुरक्षा की दृष्टि से लिया गया फ़ैसला है.
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि मौजूदा सूरत ए हाल को देखते हुए विदेश मंत्रालय उन नागरिकों जो फ़िलहाल लेबनान में हैं, वहाँ से तुरंत वापिस आ जाएँ. बयान में कहा गया है कि इसको लेकर पूरी सावधानी बरती जानी चाहिए. इसके अलावा कहा गया है कि कोई भी बहरीनी नागरिक अभी लेबनान का दौरा ना करे. सरकार ने ख़तरे के बारे में तो बताया है लेकिन ख़तरे के स्वभाव के बारे में कुछ भी नहीं कहा है.
असल में लेबनीज प्रधानमंत्री साद हरीरी ने अचानक ही इस्तीफ़ा दे दिया. उन्होंने सऊदी राजधानी रियाद में एक बयान जारी करते हुए कहा कि इरान ने लेबनान में मज़बूत पकड़ बना ली है और अब उनकी जान को ख़तरा है. अचानक आये इस फ़ैसले के बाद लेबनान पर संकट के बादल छा गए हैं. इस संकट के लिए जहां हरीरी हेज़्बोल्लाह को ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं वहीँ कुछ लोग इसमें हरीरी की ही ग़लती मानते हैं. इस बीच बहरीन ने हेज़्बोल्लाह को एक आतंकवादी संघठन डिक्लेअर कर दिया है. ऐसा माना जा रहा है कि लेबनान में सऊदी अरब और ईरान दोनों ही दख़ल चाहते हैं और ईरान इसमें कामयाब हो गया है.