नई दिल्ली: जदयू के वरिष्ट नेता शरद यादव ने आज अपनी ही पार्टी के भाजपा से हाथ मिला कर बिहार में सरकार बना लेने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया.उन्होंने कहा कि जो बिहार में फ़ैसला हुआ मैं उससे सहमत नहीं हूँ.
सामाजिक न्याय के क़द्दावर नेता कहे जाने वाले शरद यादव ने कहा कि लोगों ने मैंडेट इसके लिए नहीं दिया था.
शरद यादव के बयान के बाद जदयू में फूट की जो ख़बरें आ रही थीं वो और पुख्ता हो जाती हैं. जदयू की एक मीटिंग में कल ख़ूब हंगामा हुआ जिसमें मुस्लिम नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाजपा से हाथ मिला लेने को लेकर ख़ासे नाराज़ थे.
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और शरद यादव में लगातार बातचीत का सिलसिला जारी है और अपुष्ट सूत्रों की माने तो शरद यादव स्वतंत्र राजनीति में जाकर नीतीश के ख़िलाफ़ अभियान छेड़ सकते हैं. शरद यादव के साथ पार्टी के कुछ और वरिष्ट नेता भी हैं जो उनके साथ आ सकते हैं.