छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का मानना है कि बस्तर से 2020 तक नक्सलियों का सफाया कर दिया जाएगा। जिसके चलते उन्होंने राज्य में नक्सलियों का मुकाबला कर रहे पुलिसकर्मियों का वेतन बढ़ाने की कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। राष्ट्रीय पुलिस स्मृति दिवस के एक मौके पर राज्य में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि बस्तर में विकास योजनाओं और जवानों के जज्बे से नक्सलियों को खत्म कर दिया जाएगा।
सिंह ने कहा कि नक्सल प्रभावित इलाकों में कार्यरत सहायक आरक्षकों को नियमित पुलिस आरक्षक भर्ती में 15 प्रतिशत आरक्षण दिया जायेगा और वर्तमान सहायक आरक्षकों में से 20 प्रतिशत को वरिष्ठ अथवा उच्चतर वेतनमान भी दिया जायेगा। इससे उन्हें हर महीने 2,500 रुपये अधिक मिलेगा।
इसके साथ उन्होंने नगर सैनिकों होमगार्ड के वर्तमान मासिक मानदेय को 10,000 रुपये से बढ़ाकर 13,200 रुपये करने की घोषणा की है।
पुलिस आरक्षकों की भर्ती में बस्तर के युवाओं को शारीरिक मापदंड में भी विशेष छूट दी गई है। जिन पुलिसकर्मियों के परिवारों को वर्तमान में सरकारी मकानों की सुविधा नहीं मिल रही है उन्हें गृहभाड़ा दिया जायेगा, चाहे वे राज्य के भीतर सेवा दे रहे हों या देश के किसी भी राज्य में।
इसके साथ राज्य सरकार सशस्त्र बल की 4 बटालियनों में 5 हजार 800 जवानों की भर्ती कर रही है। अब तक 2800 भर्तियां पूरी हो चुकी हैं। इन बटालियनों के 12 सौ जवानों को प्रमोशन भी दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने परेड की सलामी लेकर शहीद पुलिस जवानों के बलिदानों को याद किया और 23 शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस साल शहीद हुए 23 जवानों की नामावली भी बटालियन परिसर स्थित शहीद स्मारक में रखी गई। इस दौरान गृहमंत्री रामसेवक पैकरा और डीजीपी एएन उपाध्याय सहित तमाम आला अफसर मौजूद थे।