मुंबई: केन्द्रीय सोशल जस्टिस और एम्पोवेर्मेंट मंत्री रामदास अठावले ने दलितों पर हो रहे अत्याचारों के लिए आरक्षण को ज़िम्मेदार ठहराया है.
अठावले ने कहा कि SC/ST आरक्षण को टच ना करते हुए, बाक़ी के 50% जो जनरल सीटें हैं उसमें से 25% आरक्षण उन लोगों को दिया जाए जो दूसरी जाति में ग़रीब है. उन्होंने आगे कहा कि दलित पर अत्याचार ज़्यादा होने का एक कारण ये भी है कि दलितों को आरक्षण मिलता है बाक़ियों को नहीं मिलता. अठावले ने कहा कि कई कारणों में से ये भी एक कारण है जो सबसे अधिक बड़ा है. अठावले ने मराठा लोगों को आरक्षण देने की भी वकालत की.
अठावले के दलित आरक्षण पर दिए गए बयान पर तीख़ी प्रतिक्रिया आने की उम्मीद है. दलितों पर अत्याचार के बारे में जो अठावले ने कहा है वो इसलिए ठीक नहीं लगता क्यूंकि जब आरक्षण नहीं था तब दलितों की स्थिति इससे भी बुरी थी. उन्हें सामाजिक यातनाएं आज से भी अधिक तब झेलनी पड़ती थीं जब आरक्षण था ही नहीं. बाबा साहब भीम राव आंबेडकर के संघर्ष के बाद ही दलित समाज को आरक्षण मिल सका है.
इसके पहले गौरी लंकेश की हत्या पर अठावले ने कहा कि वरिष्ट पत्रकार के हत्यारों को गिरफ़्तार करके फाँसी दी जानी चाहिए. अठावले रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इंडिया(A) के अध्यक्ष हैं और राज्यसभा सांसद हैं. वो अपनी पार्टी के एकमात्र सांसद हैं.