यूनाइटेड नेशन की बॉडी ICAO(International Civil Aviation Organization) ने उन सभी देशों को जो क़तर का बायकाट कर रहे हैं उनसे कहा है कि क़तर से किये गए एयरस्पेस अग्रीमेंट का सम्मान होना चाहिए.
क़तर इसे अपनी बड़ी जीत के तौर पर देख रहा है. आईसीएओ की टिपण्णी का अर्थ ये भी हुआ कि मिस्र, बहरीन, सऊदी अरब और UAE क़ानूनन ग़लत साबित होंगे. हालाँकि आईसीएओ का सिगनेटरी सऊदी अरब नहीं है.
अभी हालाँकि ये साफ़ नहीं है कि आईसीएओ किस प्रकार से अपनी बात कर क्रिया करता है.
जून के पहले हफ्ते से क़तर पर लगाई गयी ब्लाकेड पर अब क़तर अन्तर्राष्ट्रीय क़ानूनों की मदद से लड़ रहा है. विश्व व्यापार संघठन में भी क़तर ने इन देशों के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई है.
गौरतलब है कि जून के प्रथम हफ्ते में सऊदी अरब, बहरीन, UAE और मिस्र ने क़तर से अपने सभी सम्बन्ध तोड़ लिये थे. इन देशों ने क़तर के हवाई जहाज़ों के लिए अपने रास्ते बंद कर दिए हैं जिसकी वजह से क़तर की अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ा है.