नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने पूर्व आरबीआई गवर्नर के सामने राज्यसभा की सदस्य्ता पेश की थी। जिसे रघुराम राजन ने ठुकरा दिया है। दरअसल दिल्ली से 3 राज्यसभा सांसद मनोनीत होने है और तीनों ही सीट आम आदमी पार्टी को तय करनी है। पार्टी में चल रहे आपसी घमासान के बीच आम आदमी पार्टी द्वारा राज्यसभा के लिए पार्टी से बाहरी शख्स के नाम पर भी मुहर लगाने की खबरें थीं। जिसमें रघुराम राजन के नाम को लेकर भी चर्चा हुई है।
हालांकि दूसरे संभावित नामों पर भी चर्चा चल रही है। हालांकि, अभी तक पार्टी ने किसी का नाम नहीं लिया है। इस मामले में पार्टी ने रघुराम राजन को एक आधिकारिक ई-मेल भी किया गया। इसके बाद राजन ने जवाब ने आम आदमी पार्टी का ऑफर ठुकरा दिया।
रघुराम राजन इस वक़्त अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो में पढ़ा रहे हैं। राज्यसभा की सदयस्ता के ऑफर पर राजन के ऑफिस की ओर से स्टेटमेंट जारी किया गया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि शिकागो में काम ज्यादा होने की वजह से इस ऑफर को अपना नहीं पाएंगे। दिल्ली से राज्यसभा की तीन सीटों पर कांग्रेस के जनार्दन द्विवेदी, डॉ. कर्ण सिंह और परवेज हाशमी सांसद हैं। इनका कार्यकाल अगले साल जनवरी में खत्म हो रहा है। इन तीनों सीटों पर दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा में 66 विधायकों वाली आप के तीनों उम्मीदवारों की जीत तय है।
राज्यसभा की सदस्यता के लिए आप के किसी नेता को मैदान में नहीं उतारने के फैसले से संसद के उच्च सदन में पहुंचने का पार्टी नेता कुमार विश्वास का दावा भी निष्प्रभावी हो गया है। इससे पार्टी के अंदर राज्यसभा की सदस्यता को लेकर मचा घमासान भी खत्म करने में पार्टी नेतृत्व को मदद मिलेगी।
बताया जा रहा है कि जिस पार्टी का नेतृत्व योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण जैसे क्षेत्र विशेष के विशेषज्ञों को अपने साथ नहीं रख सकी। कुमार विश्वास जैसी लोकप्रिय हस्ती के साथ जिसका मनमुटाव चल रहा है, उसके साथ क्षेत्र विशेष की दूसरी शख्सियतों की कैसी निभेगी।