लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्या के मंत्री बनने की वजह से दो लोकसभा सीटें रिक्त हो गयी हैं. योगी आदित्यनाथ की गोरखपुर और केशव प्रसाद मौर्या की जीती हुई फूलपुर. ऐसी चर्चाएँ हैं कि गुजरात विधानसभा चुनाव के होते ही लोकसभा की इन दो सीटों के लिए चुनाव होंगे. केन्द्रीय चुनाव आयोग इस बात की तैयारी कर रहा है.
बताया जा रहा है कि गोरखपुर और फूलपुर दोनों ही जगह भाजपा को मुश्किल स्थिति का सामना करना पड़ सकता है. भाजपा ने ये दोनों ही सीटें भारी अंतर से जीती थीं लेकिन फूलपुर में कहा जा रहा है कि भाजपा के ख़िलाफ़ माहौल है.
हालाँकि ऐसा माना जाता है कि जिस पार्टी की सत्ता राज्य में होती है उसके लिए किसी भी तरह के उपचुनाव आसान होते हैं. मीडिया में आयी ख़बरों के मुताबिक़ फूलपुर से बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्षा मायावती चुनाव लड़ सकती हैं.ऐसी भी ख़बरें थीं कि अगर मायावती चुनाव लडती हैं तो सपा और कांग्रेस उनका समर्थन करेंगी. हालाँकि बसपा नेताओं ने इस ख़बर का खंडन किया है. इसके बावजूद भी इस तरह की चर्चाएँ बंद नहीं हुई हैं कि सपा-बसपा-कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ेंगे. मिलकर चुनाव लड़ने की स्थित में भाजपा को ये दोनों सीटें बचाना बहुत मुश्किल हो जाएगा.
विपक्ष लगातार भाजपा पर ये आरोप लगाता रहा है कि EVM में किसी तरह की गड़बड़ी करके ये चुनाव जीत पा रही है. हालाँकि इस तरह की सभी बातों का भाजपा और चुनाव आयोग ने खंडन किया है. चुनाव आयोग पर अब दबाव है कि जितने भी चुनाव आगे हों उनमें उसके ऊपर किसी क़िस्म का आरोप ना लग सके. इस बात का ख़याल आयोग फूलपुर और गोरखपुर में ज़रूर रखेगा.