अफगानिस्तान में तालि’बान के सत्ता में आने पर ईरान ने पहले नरम रुख अपनाया था लेकिन सरकार गठन होने के बाद ईरान नाराज़ हो चूका है और अब तालि’बान की घेरेबंदी में लगा हुआ है ये अलग बात है ईरान को इसमें सफलता नही मिली है.ईरान ने पिछले दिनों अफगान सरकार में सभी वर्गो को ना लेने पे चिंता व्यक्त किया था लेकिन अब ईरान के आलोचना पर अफगानिस्तान सरकार का ज़वाब आ गया है.
ईरान तालि’बान द्वारा शिया समुदाय को सरकार में ना शामिल होने पे नराज़ है लेकिन अब इस पर तालिबान का ज़वाब आ गया है तालि’बान ने ईरान को कहा है वो उनके देश के मामलो में दखल ना दे.
"For the last 40 years, we did not see a Sunni minister in Iran but now Iran wants to dictate us, Yes currently there is no one in the cabinet but that does not mean there won't be any in the future, They are being appointed at different government positions."
Mullah Zakir Hashmi https://t.co/JrIlDwoym8— Talha ahmad (@talhaahmad967) September 14, 2021
ईरान पर पलटवार करते हुए तालिबा’न नेता ताल्हा अहमद ने कहा कि पिछले चालीस साल में ईरान में एक भी सुन्नी मंत्री सरकार में शामिल नही किया गया लेकिन ईरान अफगानिस्तान को निर्देश दे रहा था सरकार में शिया मंत्री शामिल किये जाए.
उन्होंने कहाकि पहले ईरान अपने यहाँ सुन्नी मंत्री बनाये.ताल्हा आने कहा अफगानिस्तान में शिया समुदाय को भी ख़ास ज़िम्मेदारी दी जाएगी लेकिन मंत्री बनाना ना बनाना अफगानिस्तान का आन्तरिक मामला है.
आपको बता दे ईरान एक शिया मुल्क है वही अफानिस्तान में शिया सामुदाय खास्कार हजारा समुदाय की आबादी है जिसको लेकर ईरान की हिमायत.