नांदेड़: इसमें कोई दो राय नहीं है कि इमरान प्रतापगढ़ी ने एक ऐसा ग्रुप तैयार कर लिया है जो उनकी कही हर एक बात को पसंद करता है. अपने जज़्बाती बयान से लोगों का दिल जीत लेने वाले इमरान ने राजनीति में भी ख़ासी दिलचस्पी बनायी हुई है. नांदेड़ में हाल ही में संपन्न हुए चुनाव में भी इमरान प्रचार करने गए थे.
सेक्युलर राजनीति के प्रचारक इमरान ने नांदेड़ में कांग्रेस पार्टी के लिए प्रचार किया. यहाँ उन्हें सामना करना था एक तरफ़ भाजपा से तो दूसरी ओर AIMIM से. ये दोनों ही पार्टियाँ धर्म के आधार पर राजनीति करने वाली कहलाती हैं और इमरान जब प्रचार करने पहुंचे तो उन्होंने इसी को निशाना बनाया. इमरान की सभाओं में उमड़ी भीड़ ने भी कांग्रेस का टेम्पो हाई कर दिया.
उन्होंने मुसलमान और हिन्दू दोनों समाज के युवकों को बताया कि वो लोग बेहतर हैं जो हिन्दू-मुस्लिम एकता चाहते हैं. उनकी ज़बरदस्त कैम्पेनिंग और मेहनत का ही ये नतीजा रहा कि कांग्रेस ने नांदेड़ में दूसरे सभी दलों का सफ़ाया कर दिया. अपने को मुस्लिम वर्ग का हितैषी कहने वाली AIMIM नांदेड़ में खाता तक नहीं खोल सकी जबकि भाजपा को भी सिर्फ़ 6 सीटों में ही कामयाबी मिली है जबकि कांग्रेस ने 81 सीटों में से 69 सीटें जीत ली हैं.
हालाँकि नांदेड़ पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण का गढ़ कहा जाता है. उनकी पॉपुलैरिटी का फ़ायदा भी कांग्रेस को मिला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों के ख़िलाफ़ लोगों की नाराज़गी भी नज़र आयी. इसके अलावा इमरान ने जिस तरह से वोट-कटुवा पार्टियों को चौंकाया वो लाजवाब ही रहा.
अब ये देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस उन्हें किसी और चुनाव में भी बतौर प्रचारक बुलाती है या नहीं.