नई दिल्ली: जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए सीपीआई की तरफ से चुनाव लड़ सकते हैं। सीपीआई ने कन्हैया को उनके ग्रहराज्य बिहार से चुनावी मैदान में उतारने का फैसला लिया है।
खबर के मुताबिक, इसकी जानकारी रविवार को सीपीआई के वरिष्ठ नेता और पार्टी के नेशनल काउंसिल सेक्रेटरी केआर नारायना द्वारा दी गई। पटना में राज्य परिषद की कार्यकारिणी की दो-दिवसीय बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में केआर नारायण ने कहा कि कन्हैया कुमार को केरल से भी लोकसभा चुनाव लड़ाने का प्रस्ताव है, लेकिन बिहार इकाई की मांग हैं कि उन्हें यहीं से चुनाव में खड़ा किया जाए।
जिसके चलते संभावना बन रही है कन्हैया बिहार के बेगुसराय सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। उन्होंने ने बताया कि कन्हैया हाल ही में बेगूसराय आए हुए थे और उन्होंने वहां के कई इलाकों का दौरा भी किया था। उनका कहना है कि कन्हैया के लिए सभी विकल्प खुले हैं। वे जहां से चाहें चुना लड़ सकते हैं। वामपंथी दलों का मानना है कि कन्हैया कुमार अभी से ही चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं और लोकसभा के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा भी कर रहे हैं। हालांकि, उनके चुनाव लड़ने का आखिरी फैसला गठबंधन के सभी दल मिल कर करेंगे। कन्हैया ने जेएनयू रिसर्चर्स के लिए कैंपेन किया था जो कि 2016 में सीपीआई टिकट पर लड़े थे।
आपको बता दें कि कन्हैया कुमार केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और आरएसएस पर लगातार हमलावर रहते हैं। ऐसे में उनके चुनावी मैदान में उतरने की खबर से सियासी गलियारों में उथल-पुथल शुरू हो गई है। बीते साल जेएनयू परिसर में देश विरोधी भाषण देने के मामले में कन्हैया पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया था।
वैसे, अगर कन्हैया कुमार वामपंथियों का गढ़ मानी जाती रही बेगूसराय सीट से चुनाव लड़ते हैं,तो ये चुनावी मुकाबला काफी रोचक हो सकता है। क्योंकि इस सीट पर पिछली दो बार से BJP प्रत्याशी जीत रहे हैं।
लेकिन BJP के नेताओं का भी मानना है कि सीपीआई की और से इस सीट पर कन्हैया की एंट्री से अब इस पर बीजेपी का कब्ज़ा बरकरार रखना आसान नहीं होगा। क्योंकि तब लालू प्रसाद यादव उन्हें समर्थन दे सकते हैं और BJP अब तक मामूली अंतर से ही चुनाव जीतती आई है।