लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आजकल छात्रों का आंदोलन चल रहा है। ये आंदोलन होस्टल ना दिए जाने को लेकर है।
एक तरफ जहां छात्रों को होस्टल नहीं दिया जा रहा वहीं दूसरी तरफ जो होस्टल की मांग कर रहे हैं उन्हें लाठी-डंडे से पिटवाया जा रहा है। इतना ही नहीं जो प्रदर्शन कर रहा है उसके खिलाफ प्रशासन इस क़दर पड़ा हुआ है कि उसे पुलिस हिरासत भी झेलनी पड़ रही है और फिर निलंबन भी।
1 अगस्त की रात को हुए प्रदर्शन में जो छात्र और छात्र नेता आगे बढ़कर शामिल थे उन्हें 3 अगस्त को निलंबन का नोटिस मिल गया है। इसमें बढ़चढ़कर हिस्सा लेने वाली नेत्री पूजा शुक्ला ने अपने ऊपर हुई कार्यवाही के बाद कहा कि निलंबन से उन्हें डराया नहीं जा सकता। उन्होंने पूरे देश के छात्रों को एकजुट होने के लिए अपील भी की। महेंद्र यादव, जो कि छात्रसभा से जुड़े हैं, ने कहा कि कुलपति तानाशाही दिख रहे हैं लेकिन हम आंदोलन जारी रखेंगे।
इस मामले में विश्विद्यालय ने 12 लोगों पर कार्यवाही की है जिसमें पूजा शुक्ला, महेंद्र यादव, विनय सिंह, आशीष मिश्रा, प्रभात सिंह, विपुल बालियान,अवकाश, अवनीश, सुधांशु सिंह, अभिनेष जायसवाल, मनीष,और आशुतोष सिंह के नाम हैं।