गुजरात चुनावों को देखते हुए कांग्रेस ने भाजपा को एक और बड़ा झटका दिया है. जनता दल (यूनाइटेड) के विधायक छोटुभाई वसावा ने साफ़ कर दिया है कि वो भाजपा नहीं कांग्रेस के साथ चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने दिल्ली में शनिवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी से मुलाक़ात की. वो वरिष्ट कांग्रेस नेता अशोक गहलोत के साथ राहुल से मिलने पहुंचे थे.
इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की और बताया कि वो कांग्रेस के साथ अलायन्स करेंगे. उन्होंने कहा कि काम करेंगे, लड़ेंगे और जीतेंगे.महत्वपूर्ण बात ये भी है कि वसावा ही वो विधायक हैं जिनकी वजह से भाजपा राज्यसभा चुनाव में अहमद पटेल को हरा नहीं पायी थी.
इसके पहले आज वसावा की जदयू के वरिष्ट नेता केसी त्यागी ने कहा था कि वो भाजपा के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा था कि पार्टी गुजरात में उन सीटों पर चुनाव लड़ेगी जिन सीटों पर लड़ती आई है. जदयू को मगर अपनी पार्टी के अन्दर चली आ रही खींचतान का ख़ामियाज़ा उठाना पड़ा है. वसावा पार्टी के एकमात्र विधायक हैं. ऐसे में अब नीतीश कुमार की जदयू के पास गुजरात में कुछ नहीं बचा है.
वसावा शरद यादव गुट के विधायक माने जाते हैं और उनके कहने पर ही वसावा ने अहमद पटेल को वोट दिया था. गुजरात में दिसम्बर माह में होने वाले विधानसभा चुनावों में एक एक सीट अहम् हो गयी है. वसावा के अलावा दूसरे क्षेत्रीय नेताओं को भी कांग्रेस अपने पाले में करने की कोशिश कर रही है. अभी तक कांग्रेस इस रणनीति में कामयाब भी दिख रही है.