मुंबई: राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के 6 पार्षदों द्वारा अपनी पार्टी से नाता तोड़कर शिवसेना में जाने को लेकर एक नया विवाद शुरू हो गया है. इस मामले में अब एक मनसे पार्षद ने दावा किया है कि शिवसेना लालच देकर मनसे के पार्षदों को अपने पाले में कर रही है.
इस मामले में सबसे दिलचस्प ये है कि प्रवर्तन निदेशालय के संयुक्त निदेशक सत्यव्रत कुमार को ये शिकायत भाजपा सांसद किरीट सोमैया द्वारा प्राप्त हुई है. भाजपा और शिवसेना में चल रही खींचतान में ये एक और नया पहलु नज़र आ रहा है.
असल में मामला ये है कि 6 मनसे पार्षदों के पार्टी छोड़कर शिवसेना में शामिल हो जाने को लेकर संजय तुर्डे ने वृहस्पतिवार को कहा कि शिवसेना पार्षदों को अप्रत्यक्ष रूप से लालच दे रही है. उन्होंने दावा किया कि शिवसेना की ओर से ये कहा जा रहा है कि शिवसेना आपके करियर को आगे ले जायेगी.
गौर करने की बात है कि सोमैया की शिकायत में ये कहा गया है कि शिवसेना भ्रष्टाचार और लोकतंत्र-विरोधी गतिविधियों के ज़रिये जो काम कर रही है, उसके ख़िलाफ़ कार्यवाही होनी चाहिए. इस मामले में मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने भी अपना पक्ष रखा है. उन्होंने पहली बार अपने चचेरे भाई उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि मनसे पार्षदों की सौदेबाज़ी राजनीति का निम्नतम स्तर है. उद्धव ठाकरे ने इन 6 पार्षदों के वापिस मनसे में शामिल होने पर ज़ोरदार स्वागत किया है.
ये मामला भले ही ऊपर-ऊपर से शिवसेना और मनसे की खींचतान का लगे लेकिन भाजपा भी इसके ज़रिये नए साझेदार की तलाश में है. पिछले दिनों शिवसेना और भाजपा के रिश्तों में ख़ासी कड़वाहट आयी है.