न्यूयॉर्क: संयुक्त राष्ट्र की जनरल असेंबली के 72वें सेशन में बोलते हुए फ़िलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने इज़राइल सरकार की ज़्यादतियों की चर्चा की और उनकी निंदा की.
फ़िलिस्तीनी राष्ट्रपति ने इज़राइली सरकार की निंदा करते हुए कहा कि इज़राइल लगातार मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है लेकिन इंटरनेशनल कम्युनिटी इस पर कोई ख़ास कार्यवाही नहीं कर पाती. उन्होंने इंटरनेशनल कम्युनिटी से भी पूछा कि ये कैसे मुमकिन है कि इज़राइल को देश मान लिया जाता है जबकि इसका कोई बॉर्डर नहीं है.
अब्बास ने कहा कि फ़िलिस्तीनी लोग लगातार इजराइली ऑक्यूपेशन का शांतिप्रिय ढंग से विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि ISIL(ISIS) में बहुत लोग शामिल हुए हैं लेकिन एक भी फ़िलिस्तीनी नहीं है. उन्होंने कहा कि जब इजराइल ने मस्जिद में नमाज़ नहीं पढने दी तो लोगों ने बाहर नमाज़ पढ़ी लेकिन ओई हिंसा नहीं की.
अब्बास ने कहा कि फ़िलिस्तीन को देश बनने से कोई नहीं रोक सकता. उन्होंने कहा कि फ़िलिस्तीन को देश बनने से कोई नहीं रोक सकता.अब्बास ने कहा कि फ़िलिस्तीनी लोगों के ख़िलाफ़ “अपारथेड” बंद करना होगा.
अब्बास के भाषण को विश्व भर के नेताओं ने पसंद किया और जब उन्होंने अपना भाषण ख़त्म किया तो कुछ समय तक तालियाँ बजती रहीं.