नई दिल्ली: बीते साल केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार ने 8 नवंबर को अचानक पुराने 500 और 1000 के नोटों को बैन कर देने का ऐलान कर दिया था। जिसका तब विपक्ष द्वारा काफी विरोध किया गया। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता से वादा किया था कि इससे उन्हें शुरूआती दिनों में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन २ महीनों में हालात स्थिर होने लग जाएंगे।
कल नोटबंदी को एक साल पूरा जायेगा। लेकिन आज भी मुश्किलों का दौर अभी भी जारी है।
विपक्ष ने नोटबंदी की सालगिरह पर काला दिवस मनाने की घोषणा की है। इस दौरान कांग्रेस केंद्र सरकार के खिलाफ एक मार्च भी निकालने जा रही है। इस दिन सुबह से शाम तक विरोध प्रदर्शन, ज्ञापन, रात को कैंडल मार्च जैसे आयोजन होंगे।
इस सन्दर्भ में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर ट्वीट किया है कि नोटबंदी एक त्रासदी थी। हम लोग इस घोटाले का एक साल पूरा होने पर प्रदर्शन करेंगे।
मैं आपसे अपील करती हूं कि इस दिन अपनी ट्विटर प्रोफाइल को भी ब्लैक करें और अपना विरोध दर्ज कराएं।
ममता बनर्जी ने नोटबंदी के साथ जीएसटी पर भी निशाना साधा। उन्होने म GST को नया नाम दिया है। गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स को ममता ने ग्रेट सेल्फिश टैक्स बताया है। मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए ममता ने कहा कि ये टैक्स लोगों को परेशान करने के मकसद से किया गया है। मोदी सरकार खुद इस टैक्स को लागू करके संभाल नहीं पा रही है।
GST ने लोगों की जॉब छीनने के लिए, कारोबार को नुकसान पहुंचाने के लिए, अर्थव्यवस्था को खत्म करने का काम किया है।
गौरतलब है कि नोटबंदी के कारण लोगों को बहुत परेशानी उठानी पड़ी है। इस दौरान 100 से ज्यादा लोगों की लाइनों में खड़े-खड़े मौत हो गई। सरकार ने उनके परिवारों को मुआवजा तक नहीं दिया। लेकिन देश में जीएसटी लागू कर लोगों के जले पर नमक छिड़कने का काम जरूर किया है। लेकिन ऐसे में बीजेपी नोटबंदी के पक्ष में रैलियों का आयोजन कर रही है। इसके चलते कांग्रेस जहाँ पार्टी नोटबंदी के एक साल पूरा होने पर देशभर में ‘काला दिवस’ मना रही है। वहीँ बीजेपी ‘काला धन मुक्ति दिवस’ मना रही है। बीजेपी की तरफ से भी देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
वहीँ सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर कर बड़ा विरोध प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शन को सफल बनाने की तैयारियां जमकर की जा रही हैं।