पटना-अपनी छवि के लिए राजद को छोड़ने का दावा करने वाले नीतीश कुमार के लिए अब नैतिकता फिर दिखाने का वक़्त आ गया है,उनके उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी विवादों में है.
आरोप है सुशील मोदी की पत्नी ने गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज में फ़र्ज़ी सर्टिफिकेट लगाकर प्रोफ़ेसर बन गयी है.हिंदुस्तान टाइम्स की एक खबर के अनुसार ये आरोप जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता रामधनी सिंह ने सुशील मोदी पर लगाया.
दरअसल जिस दिन नीतीश कुमार ने इस्तीफ़ा दिया ठीक उसी दिन जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता और महागठबंधन सरकार में मंत्री रामधनी सिंह ने लगाये थे लेकिन चुकी उस दिन बड़ा राजनैतिक उलटफेर हो गया इसलिए ये खबर दब गयी.
सरकार गिरने के बाद नीतीश चूंकि फिर सुशील मोदी से मिलकर सरकार बना लिए इस लिए रामधनी सिंह की जुबांन में ताला जड़ गया.
जाने क्या है मामला..
वर्ष 2002 में विजीलेंस के पुलिस अफसर अजय कुमार वर्मा ने UGC के अध्यक्ष यू पंजैर को एक पत्र लिखा था कि वे सुशील मोदी की पत्नी जेसू जार्ज की नियुक्ति के फर्जी दस्तावेजों को साबित करने की कगार पर थे तब उन्हें हटा लिया गया.
जेसू जार्ज का नाम उन लोगों में शामिल था जिनकी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से ग्रांट पाने वाले कालेजों में फर्जी नियुक्तियों की जांच की जा रही थी.उनके राजा राम मोहन राय कालेज ऑफ एजुकेशन से मिले अनुभव प्रमाण पत्र को कथित तौर पर फर्जी बताया गया था.
वर्मा के पत्र के अनुसार जिन सर्टिफिकेट से उनका कालेज में शिक्षण का अनुभव दिखाया गया है वो 1988 से 1992 तक का है जबकि बीएड कालेज 1987 से 1989 तक संचालित हुआ.
साभार: www.headline24hindi.com