लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी में आज से शुरू हुए लिटरेरी फेस्टिवल में शामिल होने आये कन्हैया कुमार को जमकर विरोध का सामना करना पड़ा. उनके ख़िलाफ़ जमकर नारे लगाए गए. आयोजकों ने विरोध कर रहे लोगों से कहा कि आपका विरोध हो गया है अब आप जाइए लेकिन वो जाने का नाम नहीं ले रहे थे. नारेबाज़ी कर रहे लोग दक्षिणपंथी विचारधारा के बताये जा रहे हैं.
विरोध प्रदर्शन में “भारत माता की जय”, “जय श्री राम” और “देशद्रोही को वापिस भेजो” नारे लगे लेकिन कहीं ना कहीं नारे लगाने वाले लोगों में कुछ ऐसे भी थे जो अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे थे.
इसके बाद कई तरह से उन्हें मनाने की कोशिश की गयी लेकिन विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग जाने को तैयार नहीं थे.शीरोज़ हैंगआउट, जहां ये कार्यक्रम हो रहा था वहाँ काम करने वाली लड़कियों ने मंच पर आकर रिक्वेस्ट की कि विरोध प्रदर्शन दर्ज हो चुका है और अब कार्यक्रम होने दें. एसिड सर्वाइवर्स लड़कियों ने बार बार कोशिश की लेकिन जब विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग नहीं माने तो उनकी आखों में आंसू आ गए. गौरतलब है कि शीरोज़ हैंगआउट एसिड सर्वाइवर्स लड़कियां ही चलाती हैं.
आख़िर वहाँ पुलिस प्रशासन ने आकर हालात को क़ाबू में किया और उग्र प्रदर्शन पर उतारू लोगों को पुलिस ने बाहर निकाला. इसके बाद कार्यक्रम शुरू हुआ. युवा नेता अमीक़ जामेई ने इस विरोध प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ABVP के गुन्डों के कार्यक्रम को ख़राब करने की कोशिश की. समाजवादी छात्रसभा से जुड़े अंकित सिंह बाबू ने कहा कि विरोध करने का अधिकार सबको है लेकिन ये तरीक़ा ठीक नहीं है.