उत्तर प्रदेश की राजनीति में यूं तो कई चर्चित नेताओं के नाम शुमार है। लेकिन राजा भैया का नाम हमेशा इन सब से अलग लिया जाता है। शाही परिवार से संबंध रखने वाले रघुराज प्रताप सिंह को। प्यार से उनके समर्थक राजा भैया बुलाते हैं। राजा भैया ने जितनी बार भी चुनाव लड़ा है। हर बार उन्होंने जीत हासिल की है।
कई बार तो जीत का फैसला इतना बड़ा रहा कि उन्होंने रिकॉर्ड ही बना डाला। आज हम बात करने जा रहे हैं। राजा भैया की संपत्ति के बारे में कहा जाता है कि करोड़ों की संपत्ति के मालिक राजा भैया ने अपने महल में मिट्टी का चूल्हा बना रखा है।
आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया है। तो आइए आज आपको बताते हैं। राजा भैया प्रतापगढ़ में भदरी रियासत के राजकुमार है। उनके पिता महाराजा उदय प्रताप सिंह साल 2017 में राजा भैया द्वारा चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे में उन्होंने बताया था कि उनके पास करीब 15 करोड़ रुपए की संपत्ति है।
आपको बता दें कि कुंडा के बेंती में राजा भैया का खानदानी महल भी है।राजा भैया के महल की सबसे ख़ास बात ये है कि उन्होंने अपने महल में एक मिटटी का चूल्हा बनवा रखा है। इसके पीछे कारण ये है कि राजा भैया को चूल्हे की रोटी पसंद है। उन्हें इस चूल्हे की रोटी का ऐसा चस्का है कि अपने महल में भी उन्होंने मिट्टी के चूल्हे बनवाए हैं।
आपको बता दें कि इसके अलावा राजा भैया के पास और भी कई तमाम कोठियां हैं। राजा भैया के रिश्तेदार और पूर्व सांसद अक्षय प्रताप सिंह इस बारे में जानकारी देते हुए बताते हैं कि भले ही उनके पास कई आलीशान कोठियां हैं।
लेकिन उन कोठियों में आपको मिट्टी के चूल्हे जरूर मिलेंगे। क्यूंकि वो चूल्हे पर पकी रोटी खाना काफी पसंद करते हैं।आपको बता दें कि राजा भैया पहली बार 1993 में विधायक बने थे। तब से लेकर आज तक वह कई बार सांसद और विधायक बने।
हर बार वह निर्दलीय ही चुनाव लड़े और जीते हैं। इसकी वजह ये है कि राजा भैया और उनके पिता महाराजा उदय प्रताप सिंह की लोकप्रियता लोगों में काफी ज्यादा है।
इसके साथ ही आपको ये भी बता दें कि राजा भैया के चार बच्चे हैं। राजा भैया की दोनों बेटियां अपने पिता के बेहद करीब हैं और राजा भैया भी उनके शौक और करियर को लेकर बेहद गंभीर रहते हैं।