अंकारा: तुर्की के राष्ट्रपति रजब तय्यिप एरदोअन ने रोहिंग्या के मुद्दे को सुलझाने के सिलसिले में संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफ़ी अन्नान से बात की. कोफ़ी अन्नान रखीने एडवाइजरी कमीशन के हेड भी हैं.
एरदोअन लगातार रोहिंग्या लोगों के पक्ष में बोलते रहे हैं और तुर्की ने बड़ी मदद बंगलादेश में रोहिंग्या रिफ्यूजी के लिए भेजी है.
डेली सबह न्यूज़ वेबसाइट के मुताबिक़ दोनों नेताओं ने इस बारे में चर्चा की कि रोहिंग्या मुसलमानों का नरसंहार किस तरह रुके और इस समस्या का क्या हल निकाला जाए. अन्नान कमीशन ने अपनी कई सिफ़ारिशों में एक सिफ़ारिश ये दी है कि लोगों के यहाँ से वहाँ जाने पर लगी रोक म्यांमार सरकार हटाये और 12 लाख रोहिंग्या को नागरिकता दे.
एरदोअन ने अन्नान से कहा है कि वो म्यांमार की सरकार से बात करें और उनसे कहें कि रखीने प्रान्त में मानवीय क्राइसिस को ख़त्म करें. तुर्की के राष्ट्रपति ने कोफ़ी अन्नान से कहा कि वो रोहिंग्या मुद्दे को आने वाले संयुक्त राष्ट्र जनरल असेंबली के सेशन में उठाएंगे.
तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा कि वो इस मुद्ददे को सुलझाने के लिए म्यांमार और बांग्लादेश की सरकारों का समर्थन करने को तैयार हैं.
गौरतलब है कि बंगलादेशी प्रधानमंत्री शेख़ हसीना न्यूयॉर्क की संयुक्त राष्ट्र जनरल असेंबली में एक प्रस्ताव रखने जा रही हैं. ये प्रस्ताव कोफ़ी अन्नान कमीशन की सिफ़ारिशों को लागू करवाने के लिए होगा. संयुक्त राज्य अमरीका भी रोहिंग्या मुद्दे को लेकर म्यांमार सरकार को फटकार चुका है.