रियाद: भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कोई देश अगर सख्ती बरतता नज़र आ रहा है तो वो शायद सऊदी अरब ही है.सऊदी अरब की सरकार ने भरष्टाचार के मामलों में एक आयोग का गठन किया है लेकिन सबसे दिलचस्प ये है कि इस आयोग ने 11 राजकुमारों को गिरफ़्तार कर लिए और इसके अलावा दर्जन भर पूर्व मंत्री भी हिरासत में लिए गए हैं.
बताया जा रहा है कि बिलियानायर व्यापारी प्रिंस अल् वलीद बिन तलाल को भी गिरफ़्तार किया गया है. अल वलीद के ट्विटर जैसी कंपनियों में भी हिस्सेदारी है. वरिष्ट मंत्रियों की बात करें तो उसमें प्रिंस मिताब बिन अब्दुल्लाह और आदेल फ़कीह हैं जिन्हें उनके पद से बर्ख़ास्त कर दिया गया है.हालाँकि ये अभी भी अपुष्ट ख़बर ही है.
सऊदी सरकारी चैनल अल अरबिया न्यूज़ के मुताबिक़ 11 राजकुमारों को गिरफ़्तार किया गया है लेकिन अभी तक किसी का भी नाम ज़ाहिर नहीं किया गया है. इसमें अल अरबिया चैनल के चेयरमैन का नाम भी शामिल बताया जा रहा है. वलीद इब्राहीम अल अरबिया के मिडिल ईस्ट ब्राडकास्टिंग सेण्टर के चेयरमैन हैं. हालाँकि अभी उनके नाम की भी पुष्टि नहीं हुई है.
अल अरबिया के मुताबिक़ इस नयी समिति के अध्यक्ष ख़ुद क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ही हैं और ये 2009 में आयी बाढ़ को लेकर जाँच कर रहे हैं. जेद्दाह में सन 2009 में भीषण बाढ़ आयी थी.
सऊदी सरकार जिस तरह से काम कर रही है वो शायद बाक़ी देशों के लिए एक मिसाल की ही तरह माना जाएगा क्यूंकि अधिकतर सरकारें भ्रष्टाचारी को पकड़ने के बजाय उसे बचाने की कोशिशें ही करती रहती हैं.