मुंबई: एलफिंसरोड स्टेशन पर मची भगदड़ में 23 लोगों के मारे जाने के बाद जहाँ रेलवे की लापरवाही की आलोचना हो रही है वहीँ KEM अस्पताल में शवों के माथे पर नंबर लिखे जाने से भी लोगों में नाराज़गी है.
शिवसेना के दो कार्यकर्ताओं ने इस मामले में क़ानून अपने हाथ में लेने की कोशिश की है. दो कार्यकर्ताओं ने KEM अस्पताल के साथ मार-पिटाई की तथा माथे पर नंबर लिखने की कोशिश की. डॉक्टर ने इस हुड्दंग के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज करायी है. इस मामले में पुलिस ने शिवसेना कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है. पुलिस सूत्रों ने बताया है कि ये दोनों लोग डॉ हरि पाठक के केबिन में घुस गए और उनके साथ हिंसा की.
गौरतलब है कि जब एलफिंसटन रोड हादसे के बाद लोग अपने परिजनों को ढूंढ रहे थे तभी अस्पताल प्रशासन ने एक बोर्ड चिपकाया जिसमें मारे गए लोगों के शव दिखाए गए थे और उनके माथे पर नंबर चिपके हुए थे.इस बात को लेकर प्रशासन की असंवेदनहीनता की लगातार निंदा हो रही है.
गौरतलब है कि मुंबई के एलफिंसटन रोड स्टेशन पर अचानक ही भगदड़ मच गयी थी जिसकी वजह से 23 लोगों की जान चली गयी. इस मामले में रेलवे ने बारिश को ज़िम्मेदार ठहराया है जबकि शिवसेना, कांग्रेस जैसी पार्टियों ने रेलवे और सरकार की लापरवाही को ज़िम्मेदार माना है.