शिमला: हिमाचल प्रदेश में 9 नवम्बर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कल चुनाव प्रचार थम गया. अंतिम दिन दोनों ही बड़ी पार्टियों ने ख़ूब प्रचार किया. मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आख़िरी दिन के प्रचार में लोगों से भावुक अपील की. उन्होंने कहा कि ये चुनाव उनका अंतिम चुनाव है लेकिन वो इसके बाद भी लोगों की सेवा करते रहेंगे.
शिमला ग्रामीण से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह के समर्थन में वोट मांगने पहुंचे क़द्दावर नेता ने कहा कि पिछले पांच सालों में ही नहीं बल्कि वो जब राजनीति से जुड़े हैं तब से ही लोगों की सेवा करते रहे हैं. उन्होंने कहा कि जीवन भर उन्होंने सेवा को ही अपना धर्म माना है. वीरभद्र ने कहा कि जनता ने भी बदले में उन्हें काफ़ी सम्मान,आशीर्वाद और हौसला दिया है.
उन्होंने इस मौक़े पर भाजपा पर हमला भी किया. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों को हिमाचल के सुख-दुःख से मतलब नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज वो लोगों के बीच जाकर लोगों को बहकाने की कोशिश कर रहे हैं जबकि वो सुख दुःख में साथ नहीं खड़े होते. सिंह ने कहा कि भाजपा को विकास तब ही नज़र आ पायेगा जब वो अपनी आँखों से नफ़रत और साम्प्रदायिकता की पट्टी को हटा देगी.
68 सीटों वाली हिमाचल प्रदेश विधानसभा में इस बार मुक़ाबला टक्कर का नज़र आ रहा है. हालाँकि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही अपने-अपने दावे कर रही हैं लेकिन मतदाता अभी भी ख़ामोशी अख्तियार करे हुए है. क्षेत्रीय जानकार अब इसे पार्टी के चुनाव की तरह नहीं बल्कि वीरभद्र और प्रेम कुमार धूमल के बीच मुक़ाबला मान रहे हैं.