मेड्रिड/ बार्सिलोना: केटलोनिआ को लेकर शुरू हुआ विवाद किसी भी तरह से ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा है. एक और केटलोनिआ के अलगाववादी नेता चाहते हैं कि उनके क्षेत्र को अलग देश बना दिया जाए जबकि स्पेन की सरकार किसी भी क़ीमत पर देश को टूटने नहीं देना चाहती.
इस मामले में ताज़ा ख़बर ये है कि स्पेन शनिवार को आर्टिकल 155 को ट्रिगर करने वाला है जिसके बाद केटलोनिआ की ऑटोनोमी समाप्त हो जायेगी. सरकार ने बताया है कि उसके मंत्री इस बारे में मीटिंग करके ये फ़ैसला करेंगे कि क्षेत्र को पूरी तरह से अपने कण्ट्रोल में ले लिया जाए.
दूसरी और कैटलन नेता ये कह रहे हैं कि अगर स्पेन की सरकार ने दबाव बनाया वो केटलोनिआ की आज़ादी की घोषणा कर देंगे.
इस मुद्दे पर केटलोनिआ में 1 अक्टूबर को जनमत संग्रह हुआ था जिसमें 42% लोगों ने हिस्सा लिया था. इस जनमत संग्रह में 90% लोगों ने आज़ादी के पक्ष में वोट किया था. हालाँकि इस जनमत संग्रह को देश की सर्वोच्च अदालत ने ग़ैर-क़ानूनी माना है. इस जनमत संग्रह में अन्तराष्ट्रीय मानकों का भी ख़याल नहीं रखा गया था. इस चुनाव में कोई भी वोटर किसी भी पोलिंग बूथ पर वोट डाल सकता था जबकि ऐसा ठीक नहीं माना जाता.
स्पेन की आबादी का 16% हिस्सा केटलोनिआ में रहता है. ये देश के सबसे अमीर क्षेत्रों में से एक है. केटलोनिआ के लोगों का अपना इतिहास, अपनी ज़बान, अपनी मान्यताएं हैं. लम्बे समय से यहाँ के लोग अपने अलग देश की मांग कर रहे हैं. मशहूर शहर बार्सिलोना भी इसी इलाक़े में पड़ता है.