लखनऊ: उत्तर प्रदेश में नगर निगम चुनाव को लेकर सभी पार्टियां अपने अपने उमीदवारों की लिस्ट जारी कर रही हैं. इसी सिलसिले में भाजपा ने भी अपने उमीदवारों की सूची जारी कर दी है. लखनऊ के सभी 110 पार्षदी उमीदवार घोषित कर दिए गए हैं. सबसे दिलचस्प इसमें पार्टी का 4 मुसलमान उमीदवारों को टिकट दिया जाना है.
हालांकि पार्टी ने सिर्फ़ चार ही मुसलमानों को टिकट दिया है लेकिन पार्टी की छवि से उलट बात है ये. इन चार उमीदवारों में एक नाम बुक्कल नवाब के बेटे का भी है. नवाब के बेटे को टिकट मिलना उनके लिए “तोहफे” की तरह देखा जा रहा है जो उन्हें सपा से अलग होने पर मिला है. बुक्कल नवाब सपा में बड़े नेता के तौर पर जाने जाते थे और पार्टी ने उन्हें एमएलसी बनाया था. इसके बावजूद वो भाजपा में चले गए. उनके भाजपा में शामिल होने पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा भी था कि आख़िर ऐसी कौन सी कमी रही कि उन्हें भाजपा में जाना पड़ा.
बुक्कल नवाब के पुत्र फैसल नवाब को हुसैनाबाद से टिकट दिया ग्गाया है. उनके अलावा मल्लाही टोला द्वितीय से नाजुकजहां,मौलाना कल्बे आबिद प्रथम से जावेद अब्बास, और मशकगंज वजीरगंज से रिज़वाना बानो को टिकट दिया गया है. हालाँकि ऐसी उम्मीद नहीं की जा रही है कि मुसलमानों का मत भाजपा में जाएगा.
भाजपा ने अपनी लिस्ट में उन नेताओं को अधिक तवज्जो दी है जो किसी और पार्टी से भाजपा में शामिल हुए हैं. इसको लेकर भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओं में कुछ नाराज़गी भी नज़र आ रही है. लखनऊ के अलावा प्रदेश के दूसरे शहरों के पार्षदों के उमीदवारों की सूची भी पार्टी ने जारी कर दी है. भाजपा के सहयोगी दल भी इस समय बहुत ख़ुश नज़र नहीं आ रहे. ऐसे में चुनाव में सत्ताधारी पार्टी की क्या स्थिति होगी ये देखने की बात होगी.