न्यूयॉर्क सिटी: नार्थ कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में उसके ख़िलाफ़ नए प्रतिबंधों को लेकर प्रस्ताव पारित हो जाने के बाद कहा है कि इसका ख़ामियाज़ा अमरीका को उठाना पड़ेगा.
उत्तरी कोरिया के एम्बेसडर हैन ताए सोंग ने कहा कि जो नए फ़ैसले लिए गए हैं उसकी वजह से अमरीका को ऐसा दर्द झेलना पड़ेगा जो इतिहास में कभी महसूस नहीं किया गया होगा.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में उत्तरी कोरिया के ख़िलाफ़ नए प्रतिबन्ध लगाने को लेकर प्रस्ताव पारित हो गया. इस प्रस्ताव को 15-0 से पारित किया गया जिसका अर्थ है कि चीन और रूस जैसे देशों ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया. उत्तरी कोरिया के लगातार परमाणु परीक्षण करने के बाद और हाइड्रोजन बम का परीक्षण करने के बाद अमरीका ने उस पर सख्त प्रतिबन्ध की वकालत की थी जबकि उत्तरी कोरिया ने अमरीका को बार बार युद्ध की चेतावनी दी है. हालाँकि अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प जिन प्रस्तावों को पारित करवाना चाहते थे उनमें से अधिकतर हटा लिए गए थे. इसका अर्थ है कि एक कमज़ोर प्रस्ताव UNSC में पारित हो गया.
उत्तरी कोरिया ने इस प्रस्ताव के पारित होने से पहले ही ये चेतावनी दी थी कि अगर कोई ऐसा प्रस्ताव पारित होता है तो अमरीका को इसकी क़ीमत चुकानी होगी.
उत्तरी कोरिया और संयुक्त राज्य अमरीका में चल रही ज़बानी जंग से विश्व भर के देशों में चिंता की भावना है. जानकारों के मुताबिक़ अगर यही हालात बने रहते हैं और युद्ध की कोई सूरत होती है तो इस युद्ध के विश्व युद्ध बनने का ख़तरा बना रहेगा. उत्तरी कोरिया के पक्ष में रूस और चीन माने जाते हैं जबकि दक्षिणी कोरिया, जापान, संयुक्त राज्य अमरीका एक तरफ़ हैं.