न्यूयार्क: अमेरिकी प्रशासन ने अब अपराधियों के पासपोर्ट पर उनके द्वारा किया गया अपराध लिखा जायेगा। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने ये फैसला खासतौर से बढ़ते बाल यौनशोषण अपराध को देखते हुए लिया है। जिसके तहत अब अपराधियों और आतंकियों के अमेरिकी पासपोर्ट पर उनके अपराधों के बारे जानकारी होगी। ताकि देश के बाहर जाने पर उनके बारे में लोगों को पता होगा कि उन्होंने पहले कभी बच्चों का यौन शोषण किया था।
पंजीकृत बाल यौनशोषण अपराधियों के पासपोर्ट को रद्द करना शुरू कर दिया गया है और उन्हें नए सिरे से पासपोर्ट के लिए आवेदन करने को कहा जा रहा है। इसके लिए इन सभी लोगों को पासपोर्ट के लिए नया आवेदन करना होगा जिसमें एक “विशिष्ट पहचान” का कॉलम होगा और वहां उनके बारे में यह जानकारी दर्ज होगी। जो लोग पहली बार पासपोर्ट के लिए आवेदन कर रहे हैं, उन्हें बिना इस पहचान के पासपोर्ट जारी नहीं किया जाएगा। पासपोर्ट में इस जानकारी को एक नोटिस की तरह पिछले कवर के भीतरी हिस्से पर छापा जाएगा। यह बदलाव “इंटरनेशनल मेगान्स लॉ” की वजह से आये हैं, जिन्हें पिछले साल बच्चों का यौन शोषण और बच्चों के सेक्स टूरिज्म को रोकने के मकसद से लागू किया गया है।
नागरिक आजादी की मांग करने वाले इसे जरूरत से ज्यादा व्यापक बताते हैं और साथ ही सिर्फ एक ही तरह के दोषियों को निशाना बनाने वाला बताते हैं।
आलोचकों का यह भी कहना है कि इससे प्रभावित होने वाले लोगों के कानूनी रूप से विदेश यात्रा सीमित हो जाएगी। विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर जारी बयान में यह भी कहा गया है कि जो लोग बच्चों के साथ यौन अपराध के दोषी हैं, उन्हें छोटे यात्रा दस्तावेज जारी नहीं किये जाएंगे। इन्हें अमेरिका में पासपोर्ट कार्ड कहा जाता है. इनमें इतनी जगह नहीं होती की ऐसी नोटिस को डाला जा सके। इस कानून का यह नाम मेगान कांका के नाम पर दिया गया है. न्यू जर्सी की 7 साल की इस लड़की की 1994 में एक यौन अपराधी ने हत्या कर दी थी।