पटना: राजद नेता तेजश्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा की सर्जन घोटाला व्यापम से भी बड़ा घोटाला है और केंद्र सरकार और राज्य सरकार सुबूत मिटाने की कोशिश में है.
उन्होंने ट्विटर के ज़रिये लगातार नीतीश कुमार के सृजन घोटाले में लिप्त होने का इलज़ाम लगाया. उन्होंने दावा किया कि इस घोटाले के गवाहों को मारा जा रहा है.
उन्होंने ट्विटर के ज़रिये कहा,”नीतीश जी के इशारों पर छोटे-छोटे कर्मियों की गिरफ्तारी दिखाकर बड़ी मछलियों को बचाया जा रहा है।सबूत मिटाए जा रहे है। गवाहों को मारा जा रहा है।”
तेजश्वी ने आरोप लगाया कि सृजन घोटाले की जांच ना होने पाए इसकी लगातार कोशिश होती रही. उन्होंने कहा,”चार बार नीतीश कुमार जी ने #सृजन घोटाले पर जाँच होने से रोक दिया, वरना इसका पर्दाफ़ाश 10 साल पहले ही हो गया होता।”
उन्होंने दावा किया कि इस मामले में नीतीश कुमार और सुशील मोदी अपनी नाक बचाने की कोशिश में हैं. उन्होंने कहा,”सृजन मे अपनी नाक बचाने के लिए ही मुख्य संरक्षक नीतीश कुमार और सुशील मोदी एक हुए हैं ताकि मिलकर इसकी लीपापोती कर जनता को मूर्ख बनाया जा सके”
उन्होंने अपने ऊपर हुई FIR पर सीबीआई को आड़े हाथों लिया और कहा,”एक तरफ CBI कल्पना शक्ति और अज्ञात सूचना को आधार बनाकर अपने मनगढंत आरोपों मे मुझ पर FIR दर्ज करती है जब मैं मात्र 14 वर्ष का था।”
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अब जबकि नीतीश और सुशील मोदी पर FIR दर्ज होनी चाहिए तो उन्हें सीबीआई संरक्षण दे रही है, “CBI सृजन घोटाले के मुख्य संरक्षकों नीतीश कुमार और सुशील मोदी के विरुद्ध FIR दर्ज करने के बजाय उन्हें ही संरक्षण प्रदान करने में जुटी है।”
सीबीआई से उन्होंने मांग की कि तुरंत इन नेताओं पर मुक़दमा दर्ज हो, “नीतीश जी और सुशील मोदी पर सृजन घोटाले में CBI तुरंत दफा 120B और 420 का मुकदमा दर्ज कर अपनी विश्वसनीयता प्रमाणित करे।” इसके इलावा उन्होंने कहा,”सृजन घोटाले का ही कमाल है जो आज नीतीश जी दुबारा भाजपा संग बैठे है। अपने काले पाप छुपाने के लिए ये लोग एक हुए है।”
एक अन्य ट्वीट में भी उन्होंने नीतीश पर निशाना साधा,”सृजन घोटाला सीधे तौर पर नीतीश जी के संरक्षण मे हुआ है फिर CBI ने अबतक FIR क्यों नही की?NDA मे जाने की क्या यही डील थी?”