लखनऊ: शहर के लोगों का मेट्रो का इन्तिज़ार कुछ हद तक ख़त्म हो गया है. आज मेट्रो रेल का उदघाटन ग्रह मंत्री राजनाथ सिंह ने कर दिया है और कल से शहर के आम लोग भी लखनऊ मेट्रो की सवारी कर सकेंगे. जहां एक ओर शहर के लोग इस बात को लेकर ख़ुश हैं कि शहर में मेट्रो चलेगी वहीँ मेट्रो को लेकर सियासी खींचतान तेज़ हो गयी है.
जहां अप्रत्यक्ष तरह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार ये साबित करना चाह रहे हैं कि ये भाजपा की देन है वहीँ समाजवादी पार्टी ने ऐसी किसी भी कोशिश को नाकाम करने की ठान ली है.
समाजवादी पार्टी ने कल और आज मेट्रो को लेकर “ThankYouAkhilesh” के नाम से मुहिम चला रखी है. इस मुहिम का मक़सद जनता को ये बताना है कि मेट्रो किसी भी तरह से योगी सरकार की देन नहीं है बल्कि पूर्व की अखिलेश यादव सरकार ने ही इस पर काम किया था.
इसको लेकर कल पार्टी ने एक विज्ञप्ति भी जारी की थी, इस विज्ञप्ति में प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा है,” भाजपाई लाख कोशिशें करें सच पर पर्दा डालने की लेकिन राजधानी और आस पास की जनता यह भूली नहीं है कि उसको आवागमन की सुविधा देने के लिए अखिलेश यादव ने ही अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में राजधानी में मेट्रो रेल की परियोजना चलाने की न केवल सोची थी अपितु एक निश्चित अवधि में उसको कार्यान्वित भी कर दिखाया था।” इस विग्यप्ति में आगे कहा गया है,”अखिलेश यादव ने बड़ी सोच के साथ कई साहसिक निर्णय लिए थे और समाज के सभी वर्गो के हित और यातायात सुविधा हेतु मेट्रो और एक्सप्रेस-वे योजनाएं लागू की थी। मेट्रो के माध्यम से उन्होंने गंगा जमुनी संस्कृति को बढ़ावा दिया और लखनऊ की पहचान चिकनकारी के साथ उसे भी जोड़ा। एक्सपे्रस-वे के द्वारा उन्होंने आगरा-लखनऊ का लम्बा सफर मात्र 4 घंटे में पूरा करने की सुविधा दी। इन दोनों परियोजनाओं के लागू होने से समाज के सभी वर्गों एवं समुदायों को लाभ मिलगी।
भाजपा समाजवादी योजनाओं का नाम बदलकर या उनके पूरे होने में देरी लगाकर विकास में अवरोध करने का काम करती रही। मेट्रो को एनओसी देने में और आर्थिक सहयोग देने में केन्द्र की भाजपा सरकार बराबर विलम्ब करती रही ताकि वह श्री अखिलेश यादव के इस श्रेयस्कर कार्य में भी अपने राजनीतिक स्वार्थ की रोटी सेंकती रह सके। भाजपा का यह तरीका राजनीति के नैतिक मूल्यों का अवमूल्यन करता है। भाजपा के इस तरह के कुत्सित इरादों को जनता बखूबी समझती है। ”
आज भी अलग अलग मेट्रो स्टेशन पर सपाइयों ने अपना प्रदर्शन जारी रखा.सपाई जगह जगह जाकर अपने नेता का पक्ष रख रहे हैं. सपाई लगातार कह रहे हैं कि मेट्रो तो पूरी तरह से अखिलेश की देन है और ये तो भाजपाई भी जानते हैं. वहीँ दूसरी ओर भाजपा कार्यकर्ता ये बात जानते हैं कि मेट्रो को लेकर अखिलेश यादव ने ही काम किया है इसलिए वो चुप हैं.